देशभर के भूमिधारक किसानों की आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से फरवरी 2019 में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना की शुरुआत हुई। इस योजना के तहत, पात्र किसानों को उनके आधार से जुड़े बैंक खातों में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से हर साल तीन समान किश्तों में 6,000 रुपये प्रदान किए जाते हैं।
पीएम-किसान योजना के तहत ई-केवाईसी को पूरा करने के तीन मुख्य विकल्प उपलब्ध हैं:
- ओटीपी आधारित ई-केवाईसी: यह सुविधा पीएम-किसान पोर्टल और मोबाइल ऐप पर दी गई है।
- बायोमेट्रिक आधारित ई-केवाईसी: कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) और राज्य सेवा केंद्रों (एसएससी) पर उपलब्ध।
- फेस ऑथेंटिकेशन आधारित ई-केवाईसी: पीएम-किसान मोबाइल ऐप के माध्यम से।
ओटीपी आधारित ई-केवाईसी
ओटीपी आधारित ई-केवाईसी को पूरा करने के लिए, किसानों को अपने आधार नंबर को बैंक खाते से लिंक करना आवश्यक है। इसके लिए सक्रिय मोबाइल नंबर भी अनिवार्य है। प्रक्रिया इस प्रकार है:
- पीएम-किसान पोर्टल पर जाएं।
- वेबसाइट के शीर्ष दाईं ओर "ई-केवाईसी" पर क्लिक करें।
- अपना आधार नंबर दर्ज करें और प्राप्त ओटीपी डालकर प्रक्रिया पूरी करें।
बायोमेट्रिक आधारित ई-केवाईसी
देशभर में 4 लाख से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर और राज्य सेवा केंद्रों पर यह सुविधा उपलब्ध है। प्रक्रिया:
- आधार कार्ड और आधार से जुड़े मोबाइल नंबर के साथ अपने निकटतम सीएससी/एसएससी केंद्र पर जाएं।
- केंद्र का ऑपरेटर बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के जरिए ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करेगा।
नोट:
- निकटतम सीएससी केंद्र खोजने के लिए https://locator.csccloud.in/ पर जाएं।
- इस सेवा के लिए 15 रुपये का शुल्क देय है।
फेस ऑथेंटिकेशन आधारित ई-केवाईसी
किसान घर बैठे अपने मोबाइल का उपयोग करके भी ई-केवाईसी कर सकते हैं। यह प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक है:
- Google Play Store से "PM-KISAN मोबाइल ऐप" और "आधार फेस आरडी ऐप" डाउनलोड करें।
- ऐप में अपना पीएम-किसान रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करके लॉगिन करें।
- लाभार्थी स्थिति पृष्ठ पर जाएं।
- यदि ई-केवाईसी स्थिति "नहीं" है, तो ई-केवाईसी विकल्प पर क्लिक करें। आधार नंबर दर्ज करें और चेहरा स्कैन करने की अनुमति दें।
- चेहरा स्कैन होने के बाद ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
नोट:
- ई-केवाईसी की स्थिति 24 घंटे के भीतर अपडेट हो जाएगी।
- किसान पीएम-किसान पोर्टल और "किसान-आईमित्र" (PM-KISAN AI चैटबॉट) के जरिए अपनी ई-केवाईसी स्थिति की जांच कर सकते हैं।
यह सुनिश्चित करने के लिए कि पीएम-किसान योजना का लाभ सीधे और बिना किसी बिचौलिए के पात्र किसानों तक पहुँचे, ई-केवाईसी अनिवार्य है।